सोमवार, 11 मई 2015

आप मिले तो

आप मिले तो लगा जिंदगी
अपनी आज निहाल हुई
मन जैसे कश्मीर हुआ है
आँखें नैनीताल हुई।

तन्हाई का बोझा ढो-ढो
कमर जवानी की टूटी
चेहरे का लावण्य बचाये
नही मिली ऐसी बूटी
आप मिले तो उम्र हमारी
जैसे सोलह साल हुई।

तारों ने सन्यास लिया था
चाँद बना था वैरागी
रात सध्वी बनकर काटी
दिन काटा बनकर त्यागी
आप मिले तो एक भिखारिन
जैसे मालामाल हुई।

कल तक तो सपनों की बगिया
में पतझर का शासन था
कलियाँ  थी लाचार द्रोपदी
मौसम बना दुःशासन था
आप मिले तो लगा सुहागिन
हर पत्ति, हर डाल हुई।

बस्ती में रहकर भी हमने
उम्र पहाड़ों पर काटी
कभी मिली हैं हमें ढलानें
कभी मिली ऊंची घाटी
आप मिले तो धूल राह की
चन्दन और गुलाल हुई।

अंधे को मिल गी आँख
भूखे को आज मिली रोटी
जीवन की ऊसर धरती में
दूब ऊठी छोटी-छोटी
आप मिले तो सभी निलंबित
खुशियाँ आज बहाल हुई
मन जैसे कश्मीर हुआ है
आँखे नैनीताल हुई।


English Translation

When I met you, I felt my life has been redeemed,
My heart became [happy as in] Kashmir, eyes became [beautiful as] Nainital

Back of my youth was burdened by weight of loneliness,
I didn't find a medicine which could stop decay of glow of the face,
Yet, when I met you, I became [as youthful as] 16 year old

Stars had abandoned me, Moon was uninterested,
Nights were spent as ascetic, Day as carefree,
Yet, when I met you, suddenly a mendicant became prosperous

Till yesterday, fall ruled by garden of dreams,
Flower buds quivered like Draupadi against Dusashan of season
Yet, when I met you, I felt every leaf and branch became like new bride

I spent my time [like] in hills, even when I was living in town,
Sometimes I found slopes, sometimes valleys,
Yet, when I met you, even path of dust became [fragrant as] sandalwood and colourful

Like a blind finding an eye, and hungry finding a bread
Grass started growing on barren land of life,
When I met you, all my pending desires were fulfilled
My heart became [happy as in] Kashmir, eyes became [beautiful as] Nainital

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