गुरुवार, 8 सितंबर 2016

अब सौप दिया

अब सौप दिया इस जीवन का सब भार तुम्हारे हाथो में
है जीत तुम्हारे हाथो में और हार तुम्हारे हाथो में

मेरा निश्चय बस एक यही एक बार तुम्हे पा जाऊं में
एक बार तुम्हे पा जाऊं में
अर्पण कर दू दुनिया भार का सब प्यार तुम्हारे हाथो में

जो जग में रहूँ तो ऐसे रहूं जो जल में कमल का फूल रहे
जो जल में कमल का फूल रहे
मेरे गुण दोष समर्पित हो भगवान तुम्हारे हाथो में

यदि मानुस का मुझे जन्म मिले तब चरणो का मैं पुजारी बनू
तब चरणो का मैं पुजारी बनू
इस पुजारी की इक इक रग का हो तार तुम्हारे हाथो में

जब जब संसार का कैदी बनू निष्काम भाव से कर्म करूं
निष्काम भाव से कर्म करूं
फिर अंत समय में प्राण तजु निराकार तुम्हारे हाथो में

मुझमें तुझमें बस भेद यही मै नर हूँ तुम नारायण हो
मै नर हूँ तुम नारायण हो
मै हूँ संसार के हाथो में संसार तुम्हारे हाथो में

अब सौप दिया इस जीवन का सब भार तुम्हारे हाथो में
है जीत तुम्हारे हाथो में और हार तुम्हारे हाथो में

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